बरेली रोहिलखण्ड विश्वविद्यालय ने अपने पाठ्यक्रमों में विभिन्न क्षेत्रों में शोध करने के लिए विशेष संदर्भ और सुविधाएँ प्रदान की हैं, जिनमें विज्ञान, प्रौद्योगिकी, व्यापार, कला, और विशेष अध्ययन क्षेत्र शामिल हैं। सैन्यकर्मियों के लिए, यह विश्वविद्यालय सैन्य शिक्षा के दौरान उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं को समझने और समाहित करने के लिए विशेष अंश प्रदान करता है, ताकि वे अपनी पढ़ाई को सैन्य सेवा के साथ संगठित रूप से संचालित कर सकें। यह विश्वविद्यालय छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और व्यक्तिगत विकास के लिए भी विभिन्न कार्यक्रम और संगठनों का समर्थन प्रदान करता है, जिससे उनका अधिक समृद्ध अनुभव होता है।
रोहिलखण्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर व भारतीय सेना के अधिकारीयों की के बीच मंगलवार को नेहरू केंद्र एक अहम् बैठक आयोजित की गयी। जिसका मुख्य उद्देश्य सैन्य कर्मियों के लिए विश्वविद्यालय की तरफ से संचालित अनेको तरह के पाठ्यक्रमों में प्रवेश, पढ़ाई, शोधकार्य व उनके विषय में विश्तार में मंथन करना था। जिसमे बरेली रोहिलखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय सेना के साथ एक अहम् समझौता ज्ञापन एम औ यू पर हस्ताक्षार करने जा रहा है।
यह भी पढ़े:- बरेली में तहसील सदर अमीन को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
इसमें बरेली रोहिलखण्ड विश्वविद्यालय ने अपने पाठ्यक्रमों में भारतीय सेना के अनुसार सिलेबस तय किया गया है। जिसमे उनके अधिकारीयों व जवानो हेतु उच्च शिक्षा की पढ़ाई करने के लिए सुविधा उपलब्ध कराएगा। वही सेना के अग्निवीर जवानो के लिए भी पाठ्यक्रमों का निर्धारण व दिशा निर्देश तय किये गए है। भारतीय सेना के साथ मिलकर बरेली रोहिलखण्ड विश्वविद्यालय शोध कार्य भी इसमें अपनी रूचि दिखा रही है। जिसके अंतर्गत इसमें एडवांस ड्रोन विमान, एडवांस इंजीनियरिंग फार्मेसी, मल्टी लिंग्वल स्ट्रेडीज़ विधि, मैनेजमेंट आदि सम्मिलित है। यही इस अहम् चर्चा में सेना के पूर्व में अधिकारीयों ने बरेली रोहिलखण्ड विश्वविद्यालय के अनेको विभागों का निरिक्षण किया। जिसमे उन विभागों से सम्बंधित जुडी जानकारियों को हासिल किया