नमस्कार मित्रो कैसे है आप सब आशा करते है आप सभी बहुत अच्छे होंगे। मित्रो साल 2023 को ख़तम होने में अब सिर्फ 2 दिन गया है। दो दिन बाद पूरी दुनिया नए साल को सेलिब्रेट करेगी। और हमेशा की तरह एक नया साल 2024 आ जाएगा साथ ही हमेशा की तरह इस बार भी लोग नए साल पर अपनी-अपनी पसंदीदा जगहों पर जायेंगे। और वह जाकर लोग अपने नए साल की शुरुवात करेंगे।
आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि अगर आप भी हमारे बरेली शहर में रहते है और इस नए साल 2024(Happy new year 2024) में घूमने का विचार कर रहे है तो आपके लिए बरेली के आसपास ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताने जा रहे है जहा पहुंच कर आप भी नए साल 2024(Happy new year 2024) को यादगार जरूर बनाना चाहेंगे। तो चलिये आपको बताते है बरैली शहर के आसपास कुछ ऐसी ही प्रसिद्ध जगहों के बारे में बताएंगे जहां का नजारा आपमें रोमांच से भर देगा।
मित्रो वैसे तो बरेली के आसपास ऐसी कई जगह मौजूद हैं, जहां आपका नया साल 2024(Happy new year 2024) यादगार हो सकता है। जैसे बरेली के सबसे नजदीक पीलीभीत टाइगर रिजर्व, जहां जाकर आप जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं। इस टाइगर रिज़र्व पार्क में आपको शेर, हाथी, तेंदुआ आदि देखने को मिलेंगे। वही इसके अलावा यहां चूका और माला, खाननॉट भी मौजूद हैं। ये हमारे बरेली शहर से करीब 140 किलोमीटर की दूरी पर नैनीताल मौजूद है। इसी के पास अल्मोड़ा, भीमताल, कौसानी जैसे पहाड़ी क्षेत्र मौजूद हैं, जहां की सुंदरता आपको बार-बार आने पर मजबूर कर देगी।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व?
जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि नए साल 2024(Happy new year 2024) के आगमन में अब सिर्फ 02 दिन ही बचे हैं। और दिसंबर का महीना आते ही लोग नए साल 2024(Happy new year 2024) की स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं। वैसे हम सभी को जरूर याद होगा कि कोरोना के वक़्त करीब 2 वर्ष तक लोग कही भी खुमने के लिए नही जा पाए थे। लेकिन इस बार नए साल पर बाहर जाने के लिए लोगो ने अभी से एडवांस मे बुकिंग कर रखी है।
चूका की सैर?
जानकारी के लिए बताते चले कि अगर आप चूका बीच पर घूमने का मन बना लिया है तो चूका बीच का बुकिंग प्राइस एक सौ रुपये प्रति व्यक्ति और विदेशियों के लिए यह प्रति व्यक्ति छह सौ रुपये चार्ज तय किया गया है। वही जिप्सी का किराया 22 सौ से 2500 रुपये प्रति चक्कर तय किया गया है। जिप्सी वाहन वन मार्ग का किराया तीन सौ रुपये प्रति चक्कर है।
वही अगर आप सिर्फ चूका तक के लिए जिप्सी की बुकिंग करते है तो आपको नौ सौ रुपये प्रति चक्कर देना होगा है। जिसके अंतर्गत गाइड फीस सफारी पांच सौ रुपये प्रति चक्कर और गाइड फीस चूका तक तीन सौ रुपये प्रति चक्कर तय किया गया है। वही चूका बीच तक अधिकतम अवधि दो घंटे पर्यटन की है। साथ ही निर्धारित मार्ग से अधिक वाहन संचालित होने पर ढाई सौ रुपये प्रति किमी. का चार्ज तय किया गया है।
रानीखेत?
उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं शैली के साथ सजीव रहने वाला रानीखेत, वन्यजनों से घिरा हुआ है और यहां की प्राकृतिक सौंदर्य से आत्मा को शांति प्रदान करता है। रानीखेत में, आपको हैदाखान मंदिर, राम मंदिर, झूला देवी और आशियाना पार्क की यात्रा करनी चाहिए, जो कि घूमने के लिए कुछ लोकप्रिय स्थान हैं।
अल्मोड़ा?
भारत के उत्तराखण्ड राज्य में एक नगरपालिका और छावनी नगर है। यह अल्मोड़ा ज़िले का मुख्यालय भी है और राज्य के कुमाऊँ क्षेत्र की सांस्कृतिक राजधानी माना जाता है। यह हिमालय की कुमाऊँ पहाड़ियों की दक्षिणी ढलानों में बसा हुआ है। नगर के समीप कौशिका (कोसीनदी) और शाल्मली (सुयाल नदी) बाह्ती हैं।
वैसे तो उत्तराखंड में अनेको हिल स्टेशन है लेकिन अगर हम अल्मोड़ा हिल स्टेशन की बात करे तो हिमालय पर स्थित अल्मोड़ा शहर एक बेहद ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। जोकि दिल्ली के मुकाबले अल्मोड़ा बरेली से काफी नजदीक है। और तो और अल्मोड़ा अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, हस्तशिल्प टेस्टी खाने और शानदार वन्यजीवन के लिए शुरू से ही जाना जाता रहा है। वही अल्मोड़ा के पास एक गांव कसार देवी में हॉस्टल और कैपे की सुविधा उपलब्ध होने की वजह से ये हिल स्टेशन बैकपैकर्स के बीच भी काफी लोकप्रिय है।
नैनीताल हिल स्टेशन?
उत्तराखण्ड में स्थित नैनीताल भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है। यह नगर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। नगर के बीचों-बीच नैनी झील है, जिसके नाम पर ही इस नगर का नाम नैनीताल रखा गया है। शायद ही कोई जनता होगा कि नैनीताल दो हिस्सों में बंटा हुआ है, तल्लीताल और मल्लीताल। तल्लीताल नैनी झील के दक्षिणी हिस्से को कहते हैं, जबकि इसके उत्तर की ओर स्थित ऊपरी भाग मल्लीताल कहलाता है। वर्ष 1880 में आये एक भीषण भूस्खलन में यह पूरा नगर नष्ट हो गया था, जिसके बाद यह अंग्रेजों द्वारा पुनर्निर्मित किया गया।
सर्दियां शुरू होते ही बरेली के ज्यादातर लोग अपनी छुट्टियां नैनीताल में ही बिताते हैं। नैनीताल बरेली से महज 140 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। बर्फबारी होने के बाद नैनीताल में सैलानियों की तादात बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। यहां मॉल रोड सबसे प्रसिद्ध जगह है। इसी रोड पर अनेको होटल मौजूद हैं, जहां सैलानी आकर रुकते हैं। अगर आप ट्रेन से नैनीताल जा रहे हैं तो सबसे पहले आपको काठगोदाम पहुंचना होगा। यहां से फिर आप नैनीताल जा सकेंगे। या आप चाहे तो अपनी निजी वाहन से भी नैनीताल जा सकते है।
भीमताल हिल स्टेशन
नैनीताल से करीब 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भीमताल से करीब 23 किलोमीटर पर दूर है। भीमताल की खूबसूरत भीमताल झील में आप पैडल बोटिंग और प्रकृति को निहारते हुए घूम सकते हैं। जहा एक तरफ ओक, देवदार और झाड़ियों के घने जंगल से घिरा ये हिल स्टेशन अपने आप की एक अलग पहचान है वही भीमताल प्राचीन मंदिरों के लिए भी जाना जाता है। 17वीं सदी का भीमेश्वर मंदिर पहाड़ी शहर की देखने लायक जगहों में आता है। बरेली से भीमताल की दूरी 130 किलोमीटर है, जहां आप मात्रा 2 से 3 घंटे सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं।
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