बरेली शहर को शिवमय बनाने के लिए दो सौ करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है, जो प्रदेश सरकार के बजट में नाथ कॉरिडोर के लिए आवंटित है। इस योजना के तहत, शहर के सात नाथ मंदिरों की 11 सड़कों के अलावा जैन तीर्थ स्थल अहिच्छत्र की सड़कों को चौड़ीकरण, नवीनीकरण, और सुंदरीकरण किया जाएगा। इसमें नाथ कॉरिडोर का काम पहले ही शुरू हो चुका है। इस कॉरिडोर का मुख्य उद्देश्य शहर के सात नाथ मंदिरों को जोड़ना है, जिसके लिए 15.64 किमी का कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इसके लिए 43.95 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है।
इसके अलावा, आंवला के रामनगर स्थित जैन तीर्थ स्थल अहिच्छत्र को जोड़ने वाले भमोरा बाया बिलारी-शाहबाद मार्ग के चौड़ीकरण के लिए 150 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। इस 46 किलोमीटर लंबे मार्ग को फिलहाल 5.30 मीटर चौड़ीकरण किया गया है, जिसे अब 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इसमें नगर निगम और लोक निर्माण विभाग ने पहले ही काम शुरू किया है।
नाथ कॉरिडोर के काम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं और इसे महाशिवरात्रि से पहले धरातल पर दिखने का आदान-प्रदान किया गया है। नगर निगम और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता नारायण सिंह ने इसके लिए काम शुरू किया है और बजट जारी होने की खबर दी है।
इन सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण के लिए लोक निर्माण विभाग ने कई स्थानों पर काम शुरू किया है, जो बरेली शहर के महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ेगा। नगर निगम भी अपने क्षेत्र में विभिन्न सड़कों को मोड़ने और चौड़ा करने के लिए काम जारी रख रहा है।
नगर निगम के प्रमुख स्थानों पर यातायात को सुधारने के लिए कई सड़कों को मौड़ने और चौड़ा करने का काम शुरू किया गया है। इसके तहत, 84 घंटा मंदिर से मढ़ीनाथ तक, मढ़ीनाथ मंदिर क्रॉसिंग से सिटी श्मशान भूमि तक, हार्टमैन पुल से रामलीला मैदान तक, सौ फुटा रोड से पीलीभीत बाइपास-पशुपति नाथ मंदिर तक, सुभाषनगर पुलिया से रेलवे कॉलोनी होते हुए तपेश्वरनाथ मंदिर तक कई महत्वपूर्ण स्थानों को शामिल किया गया है।
इस योजना के अंतर्गत, नाथ कॉरिडोर के साथ ही भमोरा बाया बिलारी-शाहबाद मार्ग की चौड़ीकरण के लिए 150 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह मार्ग आंवला के रामनगर स्थित जैन तीर्थ स्थल अहिच्छत्र को जोड़ने का कार्य करेगा और इसे 46 किलोमीटर से 10 मीटर चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देशों के अनुसार, नाथ कॉरिडोर का काम महाशिवरात्रि से पहले धरातल पर दिखने लगेगा, जो एक महत्वपूर्ण धारावाहिक है। इसके साथ ही नगर निगम और लोक निर्माण विभाग ने काम की गति में वृद्धि करते हुए इस परियोजना को तत्परता से पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
इन सड़कों के निर्माण और चौड़ीकरण के माध्यम से शहर का यातायात अधिक सुगम और व्यापक बनेगा। नाथ कॉरिडोर के माध्यम से शहर के सात नाथ मंदिरों को जोड़ने से पिलीभीत बाइपास से अब्दुल्लापुर माफी-पहाड़गंज-एग्जीक्यूटिव क्लब होते हुए वनखंडीनाथ मंदिर तक एक बड़ा कॉरिडोर बनेगा। इससे शहर के आध्यात्मिक और पर्यटन स्थलों की संबद्धता में भी सुधार होगा।
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