बरेली में रामगंगा नगर और ग्रेटर बरेली के बाद शहर में बीडीए की तीसरी बड़ी टाउनशिप ग्रेटर बरेली टू नाम से विकसित करने की तैयारी जोरो पर है। जिसके लिए शासन से मंजूरी मिल गई है। जल्द ही जमीनों का अधिग्रहण करना शुरू किया जायेगए। फिरहाल ग्रेटर बरेली योजना के अंतर्गत में करीब सात सौ प्लॉट का आवंटन किया गया था।
बरेली शहर में 300 हेक्टेयर जमीन पर बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ग्रेटर बरेली टू नाम से टाउनशिप विकसित करने की तैयारी में है। जिसके लिए शासन से मंजूरी मिलने के बाद जमीन का अधिग्रहण करने के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी गयी है। जिसके बाद जल्द ही जमीन का अधिग्रहण करने के बाद बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ग्रेटर बरेली टू नाम से टाउनशिप विकसित करेगा। यह योजना रामगंगा नगर और ग्रेटर बरेली के बाद शहर में बीडीए की यह तीसरी बड़ी टाउनशिप होगी। फिरहाल ग्रेटर बरेली योजना के अंतर्गत में करीब सात सौ प्लॉट का आवंटन किया गया था।
बरेली विकास प्राधिकरण के अफसरों ने ग्रेटर बरेली टू के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी है। जानकरी के लिए बता दे कि हाल में ही बरेली विकास प्राधिकरण बीडीए ने अपना दायरा भी बढ़ाया है। जो अब बढ़कर 299 गांव बीडीए की सीमा के अंतर्गत आगये हैं। वही बरेली सदर तहसील के पांच, आंवला के 14 और फरीदपुर क्षेत्र के 16 गांवों को प्राधिकरण में शामिल करने की अनुमति शासन से प्राप्त हो चुकी है।
बरेली विकास प्राधिकरण की ग्रेटर बरेली योजना को लेके उत्तर प्रदेश सरकार से काफी तारीफ भी मिल चुकी है जिसके लिए उन्होंने बरेली विकास प्राधिकरण के लिए उस वक़्त करीब 100 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। बरेली विकास प्राधिकरण के बीसी ने बताया कि ग्रेटर बरेली-टू योजना पर काम करना शुरू कर दिया गया है। जिसको जल्द से जल्द लांच किया जायेगा।
जब सुविधाएं प्रदान की गईं तो बीडीए की योजनाएं उत्कृष्ट रहीं?
बरेली शहर में रामगंगा नगर बसाने के लिए बिथरी चैनपुर में वर्ष 2004 में बीडीए ने 276 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया था। परन्तु यहाँ तय समय पर काम न शुरू होने के कारण तो यहाँ के लोगो ने अवैध कब्ज़ा कर उसपर मकान बना लिया। जिसके बाद बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) वीसी जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में वर्ष 2022 में यहां अभियान चलावकार अवैध कब्जे हटवाए गए। उसके बाद ही यहाँ साबरमती, सरस्वती, गंगा, नर्मदा, कावेरी, अलकनंदा, ब्रह्मपुत्र, शिवम, सत्यम एन्क्लेव नाम से इसमें 12 सेक्टर का बनाये गए।
यहाँ लोगो के लिए पार्को, सड़को का चौड़ीकारण तेजी हुआ साथ ही यहाँ के चौराहों के सुंदरीकरण के साथ बिजली का काम को पूरा किया गया। जिसके बाद यहाँ देखते ही देखते करीब 2.5 हजार-3 से हज़ार प्लॉट बिक गए। और ठीक बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने 2023 में 1600 करोड़ रुपये की लागत से ग्रेटर बरेली योजना लांच कर दी। जिसके अंतर्गत 240 हेक्टेयर जमीन खरीदी गई। और अब ग्रेटर बरेली टू में 300 हेक्टेयर से अधिक जमीन का अधिग्रहण किया जाना प्रस्तावित है। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की ओर से मिल रही सुविधाओं के चलते इन योजनाओ में काफी गति देखने को मिल रही है।
रिंग रोड के किनारे पड़ोस का विस्तार होगा?
बता दे की इस समय शाहजहांपुर रोड से जोड़कर रिंग रोड के निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण करने का कार्य किया जा रहा है। वही बदायूं से गंगा एक्सप्रेसवे निकलने से वहां की कनेक्टिविटी का आपस में जुड़ाव होगा। वही शहर के अंदर के हिस्सों में पहले ही गेटबंद कॉलोनियो को विकसित किया चुका हैं। और अब शहर के बाहरी हिस्से में भी कॉलोनियो को तैयार किया जा रहा है। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने अपने सीमा का विस्तार में फरीदपुर, आंवला के सबसे अधिक गांव का अधिग्रहण किया गया हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ग्रेटर बरेली टू टाउनशिप बदायूं रोड पर आ सकती है। ऐसे में यह रिंग रोड से भी जुड़ेगी और इस रोड पर बन रही अवैध कॉलोनियों पर भी नकेल कसेगी। इसके साथ ही ग्रीन बेल्ट का दायरा भी बढ़ेगा।